सतना, 09 मई। राज्य शासन की पाली हाउस योजना के तहत गैर परम्परागत कृषि को प्रोत्साहन देने का दूरगामी मकसद धीरे-धीरे फलीभूत हो रहा है। उद्यानिकी विभाग के मार्गदर्शन में इसकी शुरुआत सतना के एक प्रगतिशील काश्तकार निखिल खण्डेलवाल ने की है।
निखिल ने सतना-पन्ना रोड पर स्थित सितपुरा के समीप महज 4 हजार वर्गमीटर भूमि मे गुलाब की खेती करना एक साल पहले करना शुरू किया था। पिछले लगभग 5 माह से उनके गुलाब इतने फूल दे रहे हैं कि उनकी महक से देश की राजधानी दिल्ली के फूल बाजार भी गुलजार हो रहे हैं।
निखिल को उद्यानिकी विभाग की पाली हाउस योजना के तहत 50 लाख रुपये का प्रोजेक्ट स्वीकृत किया गया था। जिसमें उन्हे 16 लाख 85 हजार रुपये शासन द्वारा अनुदान प्रदाय किया गया तथा शेष राशि का बंदोबस्त उन्होने अपने बैंक से लोन लेकर किया है। खण्डेलवाल के 4 हजार वर्गमीटर के पाली हाउस मे गुलाब के एक लाख पौधे लगाये गये थे। वह दिल्ली आनंद बिहार ट्रेन से लगभग 20 हजार नग गुलाब के फूल हर रोज यहां से कार्टून मे सुरक्षित तरीके से पैक करवाकर भेजते हैं, जिससे उन्हें 5 रुपये प्रति फूल के हिसाब से हर रोज 10 हजार की कमाई हो रही है।
युवा उद्यमी निखिल ने पीजी और मैनेजमेन्ट की पढ़ाई करने के बाद अपने रोजगार के साथ ही अन्य लोगों को स्वावलम्बन की राह दिखाने की चाहत मे पाली हाउस योजना से गुलाबो की खेती शुरू की। उनका कहना है कि इसमें हमें उम्मीद से कहीं ज्यादा लाभ भी हो रहा है। अन्य युवा बेरोजगार भी इस पाली हाउस स्कीम का लाभ उठाकर युवा उद्यमी बन सकते हैं।