कानपुर, 14 मई । बीते दिनों इलाहाबाद जिला कचहरी के अधिवक्ता राजेन्द्र श्रीवास्तव की हत्या के बाद से पूरे उत्तर प्रदेश के हालात बिगड़ने लगे हैं। जहां एक तरफ हत्या के विरोध में इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ता सड़क पर उतर आए हैं, वहीं आसपास के जिलों में भी वकीलों का प्रदर्शन शुरू हो चुका है।
इसी कड़ी में सोमवार को कानपुर कचहरी में शताब्दी द्वार पर शहर के सभी अधिवक्ताओं ने हत्या के विरोध में एक दिन का क्रमिक अनशन रखा। वकीलों का कहना है कि अधिवक्ता राजेन्द्र श्रीवास्तव की हत्या के तीन दिन बीत जाने के बाद भी आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है जो कि प्रशासन की कार्यशैली पर कहीं न कहीं सवाल उठा रहे हैं।
क्रमिक अनशन के दौरान अधिवक्ता रिषभ अवस्थी ने बताया कि अधिवक्ता की दिनदहाड़े हत्या हो जाना बिगड़ती कानून व्यवस्था पर काला धब्बा है। जिसके विरोध में आज कानपुर नगर के सभी अधिवक्ता एक दिन के उपवास पर हैं और हाथ में काली पट्टी बांध कर अपना रोष जाहिर कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाएगी, तब तक उनका प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा।
इस विरोध प्रदर्शन के चलते जनता को कोई कष्ट न हो इसके लिए न्यायिक कार्य प्रणाली चलती रहेगी। विरोध करने वाले अधिवक्ताओं ने प्रदेश सरकार से मृतक अधिवक्ता के परिजन को 50 लाख मुआवजा दिया जाने की मांग की। इस मौके पर अधिवक्ता नरेश चन्द्र त्रिपाठी, रवींद्र शर्मा, अम्बुज उपाधयाय, फिरोज आलम, अमरनाथ, पी.के. पांडेय आदि अधिवक्ता उपस्थित रहें।